Bhupesh Pachori

Bhupesh Pachori

ज्यादा कुछ नहीं जानता कुछ साल पहले ही दुनिया में आया हूं

  • Latest
  • Popular
  • Video

White जख्मो से मेरे नमक रिसता जा रहा है ये मैंने ही भरे थे कभी किसी जिस्म में अब याद आ रहा है गिन गिन के हम भी थे कमीने किस किस्म के ©Bhupesh Pachori

#शायरी  White जख्मो से मेरे नमक
 रिसता जा रहा है 
ये मैंने ही भरे थे 
कभी किसी जिस्म में
अब याद आ रहा है 
गिन गिन के 
हम भी थे कमीने 
किस किस्म के

©Bhupesh Pachori

हां अब वापस लौट जाते हैं क्यों पड़े हैं बेवजह रिश्त में

12 Love

White नदी ... तू धीरे-धीरे बहना आगे रास्ता बहुत कंटकिला है दिशाएं भी ... भरम से भरी हुई है बाजार ... बनाने में माहिर लोगों ने रास्ता ... मिट्टी से पाट रखा है तेरी कल कल सुनने का वक्त किसी के पास नहीं यहां सभी लगे हैं समंदर ... बनने की दौड़ में अपनी बच बचा ले इसी में तेरी सलामती है तू पहुंची नहीं की लुटेरे .... टेंडर लगा तेरा इंतजार कर रहे हैं तुझे बांध लेने की गरज में क्या मजा .... दूसरों की खुशामद में नाले सा बन जाना बस .... अपनी धुन में मगन अपनी शान खुद ही बन ए प्यारी नदी .... तू धीरे-धीरे बहना ©Bhupesh Pachori

#कविता #Sad_Status  White नदी ...
तू धीरे-धीरे बहना

आगे रास्ता 
बहुत कंटकिला है
 दिशाएं भी ...
भरम से भरी हुई है 

बाजार ... 
बनाने में माहिर लोगों ने 
रास्ता ...
मिट्टी से पाट रखा है 

तेरी कल कल
 सुनने का वक्त
 किसी के पास नहीं 

यहां सभी लगे हैं
 समंदर ...
बनने की दौड़ में 

अपनी बच बचा ले
इसी में तेरी सलामती है

 तू पहुंची नहीं की 
लुटेरे ....
 टेंडर लगा तेरा इंतजार
 कर रहे हैं 
तुझे बांध लेने की गरज में 

क्या मजा ....
 दूसरों की खुशामद में 
नाले सा बन जाना 

बस ....
 अपनी धुन में मगन
 अपनी शान खुद ही बन

 ए प्यारी नदी ....
तू धीरे-धीरे बहना

©Bhupesh Pachori

#Sad_Status

15 Love

White कर्म और भाग्य तो बस झूले पर बैठे रहते हैं और हम बारी बारी झूले के घोड़े को बदलते रहते हैं और जिस पर बैठते हैं उसको उस समय सही मानते हैं बस झूला चलता रहता है और हमारी मान्यताएं बदलती रहती है ©Bhupesh Pachori

#International_Day_Of_Peace #कोट्स  White कर्म और भाग्य  तो 
बस झूले पर बैठे रहते हैं
 और हम बारी बारी 
झूले के घोड़े को बदलते रहते हैं
 और जिस पर बैठते हैं 
उसको उस समय सही मानते हैं 
बस झूला चलता रहता है और 
 हमारी मान्यताएं बदलती रहती है

©Bhupesh Pachori
#विचार #Sad_Status  White बेपरवाह सी बारिश 

भीगा भीगा मौसम  

 उड़ती उड़ती खुशबू 

अपनीओज बिखेरने के लिए कब किसी का इंतजार करते है
बस ऐसे ही आज का दिन रोटेरियन शुभम जैन का है 
*हैप्पी बर्थडे शुभम जैन*✨✨✨✨

©Bhupesh Pachori

#Sad_Status

180 View

#विचार #Thinking  White जीवन के बहुत सारे उजाले हम देख नहीं पाते 
एक रेखा से ऊपर के प्रकाश अंधेरे से ही है
समय और समझ हमारे उजाले और अंधेरों का निर्धारण  करते हैं

©Bhupesh Pachori

#Thinking

180 View

Bhupesh's Live Show

Bhupesh's Live Show

Sunday, 1 September | 07:02 pm

1 Bookings

Expired
Trending Topic