English
वो दर्द जिनमें चीखना मना है...उनको कविता बनाती हूं मैं.....
ना रास्ता ना मंजिल कहां जाएं क्या करें कुछ भी तो नहीं हासिल ©shivani
shivani
13 Love
बड़ी भीड़ में बड़ा तन्हा सा है मेरा मन शायद तुम्हारा ना होना भी ,तुम्हारे होने सा ही है ©shivani
9 Love
क्या ऐसा हो सकता है कि मैं कहूँ तुम मिल लो मुझसे आकर, और तुम लगाकर गले से कहो और कुछ.. ©shivani
8 Love
पुरुष होना पत्थर होना नहीं है.... पुरुष की भी भावनाएं आहत होती हैं.... लेकिन वो अलग बात है कि हर पुरुष के साथ इतनी मजबूत स्त्री नहीं होती जिसके कंधे पर सर रख वो रो सके... ©shivani
12 Love
प्रेम को भले ही गीतकारों ने रोग कहा है किंतु मेरी दृष्टि में प्रेम वो औषधि है जिससे हर रोग की पीड़ा मिटाई जा सकती है.... प्रेम सृजन का मूल है दुनिया के हर अच्छे कार्य का केंद्र प्रेम ही है.... प्रेम ही वो तत्व है जिसके वशीभूत मां प्रसव वेदना को भूलकर अपने शिशु को हृदय से लगा कर मुस्कुराती है... ©shivani
11 Love
वो पीड़ाएं जो आंसू बनकर नहीं बह सकी.... जीवन भर मन पर भारी पड़ीं हैं ©shivani
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