मैं दुनिया में कुछ तो छोड़ जाऊंगी
कहीं अपनी यादों का बसेरा,!
कहीं अपनी निशानियां छोड़ जाऊंगी.....१,
कहीं गूंजेंगे अल्फाज़ मेरी शायरी के,!
कहीं अपने तरानों की गूंज छोड़ जाऊंगी....२.
कहीं खाली बाहों को होगा इंतजार मेरा,!
कहीं आंखों में तलाश छोड़ जाऊंगी.....३
कहीं महकेगी खुशबू मेरे नाम की,!
कहीं किताबों में सूखे गुलाब छोड़ जाऊंगी....४
किसी के दिल पर दस्तक होगी मेरी,!
किसी के दिल में गुबार छोड़ जाऊंगी......५
किसी को होगा गुरूर मेरी मोहब्बत पे,!
किसी के हाथों मलाल छोड़ जाऊंगी...६.
यूं तो मौत पर बहाते हैं आंसू सभी,!
मैं रोते हुए दिल छोड़ जाऊंगी....७
मैं दुनिया में कुछ तो छोड़ जाऊंगी!!
©Anita Raj
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