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नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय । नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै नकाराय नमः शिवाय हर हर महादेव 🙏🚩🕉️🙇
मेरे वो आंसू जिन्हें ठहरना चाहिए था तुम्हारी आंखों के काजल पर, वो किसी बीज से पड़े रहे रेगिस्तान में बारिश के इंतजार में!! 😊❤️ _ ऋषिकेश ©Shivbhkttiivaari
Shivbhkttiivaari
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मैंने रख दिया सिंदूर उसके बदन से बस जरा सा पहले.. इससे ज्यादा अपनी मोहब्बत का, मैं सबब और क्या देता!! ❤️ ऋषिकेश ©Shivbhkttiivaari
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तुम एक वनपुष्प थीं, और मैं एक वनमाली तुमने मुझे पहले ही " वेध " दिया इससे पहले कि मैं तुम्हे स्पर्श करता !! 😊❤️ _ ऋषिकेश तिवारी ©Shivbhkttiivaari
0 Love
वो, इक तन्हा नदी है ना जो.... गांव के उस छोर की रेत को हमेशा अपने अश्कों से नम रखती है... उसी गीली रेत पर मैं तुम्हारे साथ चलना चाहता हूं दूर क्षितिज में उजास मन्दार के समीप शाम को तुम्हें अलविदा कहने तक!! 😊❤️ ©Shivbhkttiivaari
8 Love
सुनो,, तुम तो आज खिल उठो,, तुमने कौन सा मेरी तरह इतवार खोया है!! 😊❤️ ©Shivbhkttiivaari
9 Love
हमारी आराध्या का कोई वक्त नहीं, बस,, तुम्हारा ख्याल आते ही हम...मंत्रमुग्ध हो जाते हैं!! 😊❤️ _ Rishikesh ©Shivbhkttiivaari
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