ये रात बस यहीं ठेहेर जाएं अब उजालों से डर लगता हैं कुछ जिम्मेदारियां अभी भी बाकी हैं थका आज भी नहीं में पर क्या करू ये जिस्म अब साथ नहीं दे रहा Read Written by Quotes Shayari , Poem , Thoughts
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