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Unsplash मैं उसकी दी हुई शर्ट आज भी पहनता हूं वो मेरी दी हुई पायल बेचकर बर्गर खा गई ©poet-Akash kumar
poet-Akash kumar
13 Love
White मै दोपहर मे उठा के आया था इक जनाजा बदल के कपड़े अब एक शादी मे ज़ा रहा हु ©poet-Akash kumar
9 Love
White ये साल भी उदासियों देकर चला गया तुमसे मिले बगैर दिसंबर चला गया ©poet-Akash kumar
19 Love
White तुम्हें रिश्ता बचना चाहिए था बहस में हार जाना चाहिए था जहां बुद्धि लगाकर आए हो तुम वहां पर दिल लगाना चाहिए था ©poet-Akash kumar
15 Love
White माडो के बास धके रोवता यार हो सेनूर जन डलीह भतार हो ©poet-Akash kumar
10 Love
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