सनकी, कमअक्ल, देहाती, लोफर, आँवारा, बकैत....लेकिन भारतीय! ये दुनिया दिखावे की हैं लोग भी दिखावे के उसे मान सच्चाई हम दिखावे में रहे जीते! --------------------------------- धधक चिता की लौ दिए की हवन की आग मतलब सिर्फ और सिर्फ आग सिर्फ आग है भीतर धूं धूं करके जलती सुलगती मृत जीवित भावों को राख करती पवित्र नही कुछ, न ही अपवित्र सिर्फ प्रज्वलन सिर्फ जलन और उपहार में सिर्फ़ काली मृत भावों,अहसासों की राख और उसी राख को बना कर स्याही मैं लिखता हूँ अपने जज़्बात!! -------------------------------- "मैं लिखना सीखना चाहता हूँ!"
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