Manzoor Alam Dehalvi

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तुम्हें ख्यालों में रखना मेरी आदत है।कोई कहता, इश्क तो कोई कहता इबादत है।।

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वो मुझे छोड़ गया, एक झूठी उम्मीद देकर। उम्र बीत गई, उसके एक खत के इंतेज़ार में। , ©Manzoor Alam Dehalvi

#लव❤  वो मुझे छोड़ गया,
एक झूठी उम्मीद देकर।

उम्र बीत गई,
उसके एक खत के इंतेज़ार में।














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©Manzoor Alam Dehalvi

#लव❤

14 Love

Unsplash छोड़ दिया मैने उन राहों को, जिसमें बेवफ़ा तो सब हैं, पर वफ़ा करने वाला कोई नहीं है। , ©Manzoor Alam Dehalvi

#Book  Unsplash छोड़ दिया मैने उन राहों को,

जिसमें बेवफ़ा तो सब हैं,
पर वफ़ा करने वाला कोई नहीं है।















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©Manzoor Alam Dehalvi

#Book

12 Love

ये जो हम दिल के मरीज़, बन के तुम्हे ढूंढते हैं। जिसके हकीम भी तुम हो , दवा भी तुम हो। , ©Manzoor Alam Dehalvi

#लव❤  ये  जो हम दिल के मरीज़,
बन के तुम्हे ढूंढते हैं।

जिसके हकीम भी तुम हो ,
दवा भी तुम हो।   

   















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©Manzoor Alam Dehalvi

#लव❤

12 Love

Unsplash मोहब्बत में एक आशियां बसा के, जिंदगी के हर पहलू कि धूनी की रमा के, इस क़दर किसी को अलविदा कह देना , आसान नहीं, , ©Manzoor Alam Dehalvi

#lovelife  Unsplash मोहब्बत में एक आशियां बसा के,
जिंदगी के हर पहलू कि धूनी की रमा के,

इस क़दर किसी को अलविदा कह देना ,
आसान नहीं,

















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©Manzoor Alam Dehalvi

#lovelife

18 Love

जो लोग मुझे पागल कहते हैं, कहने दो। मैं पागल हो के ही अपने परिवार का भरण पोषण करता हूं। , ©Manzoor Alam Dehalvi

 जो लोग मुझे पागल कहते हैं,
कहने दो।
मैं पागल हो के ही अपने परिवार का 
भरण पोषण करता हूं।




















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#sad

20 Love

वो दूरी हमसे ना बढ़ा ले डर लगता हैं। वो खुद को आज ना मिटा दे, डर लगता हैं। ये मोहब्बत जो मेरा बार बार, इम्तेहान लेता है। ख़ुद को राख ना बना दे, डर लगता है। मोहब्बत में अब होश ना गंवा, तसल्ली रख इरादे नापाक ना बना ले, डर लगता है। अक्सर इश्क़ में नासमझी रहता, ख़ुदख़ुशी को कही गले ना लगाले, डर लगता है। अभी भी लौट आओ अपने अटल इरादों से, कही मौत को गले ना लगा ले डर लगता है। , ©Manzoor Alam Dehalvi

 वो दूरी हमसे ना बढ़ा ले 
डर लगता हैं।

वो खुद को आज ना मिटा दे,
डर लगता हैं।

ये मोहब्बत जो मेरा बार बार,
इम्तेहान लेता है।
ख़ुद को राख ना बना दे,
डर लगता है।

मोहब्बत में अब होश ना गंवा,
तसल्ली रख इरादे नापाक ना बना ले,
डर लगता है।

अक्सर इश्क़ में नासमझी रहता,
ख़ुदख़ुशी को कही गले ना लगाले,
डर लगता है।

अभी भी लौट आओ अपने अटल इरादों से,
कही मौत को गले ना लगा ले 
डर लगता है।






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#sad

17 Love

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