A Saran

A Saran Lives in Delhi, Delhi, India

destined poet ✒️ हर्फ़ _नामा

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#Motivational

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" एक सच्चे दिल के आंसुओं की हर बूंद का हिसाब ऊपरवाला रखता है " ©A Saran

#Quotes #lily  " एक सच्चे दिल के आंसुओं की हर बूंद
 का हिसाब ऊपरवाला रखता है "

©A Saran

#lily

11 Love

आँसू / अश्क बिना मेरी इज़ाजत बाहर तुम क्यों आते हो .. मोल मेरा तुम कमज़ोर तुलवाते हो जरूरत नहीं तुम्हारी इस निर्मम संसार को .. कुरुरता भरे स्वार्थ के भड़ार को .. जो देते नकारात्मक ऊर्जा तुम्हे सर्प सी विषैली जुबान लिए दो मुँहे चरित्र पे झुठी मुस्कान लिए .. क्या तुम मुझे इनके सामने बेबस बतलाते हो .... करुणा मेरी ये जाने शालीनता मेरी ये क्या पहँचाने .. दिखवा नहीं मैं कर सकती इन जैसा नहीं बन सकती .. ये क्या जाने त्याग मेरे कहानी मेरी .. किरदार मेरे .. जो लिखने चली हूँ मैं मीलों दूर से छोड़ घर बार मेरे .. बस इतना सा हक़ तुझपे देना आँखों में नमी नहीं कलम में हर्फ़ पिरोना... ©A Saran

#Parchhai  आँसू / अश्क 

बिना मेरी इज़ाजत बाहर  तुम क्यों आते हो ..
मोल मेरा तुम कमज़ोर तुलवाते हो 
जरूरत  नहीं तुम्हारी इस निर्मम संसार को ..
कुरुरता भरे स्वार्थ के भड़ार को ..
 जो देते नकारात्मक ऊर्जा तुम्हे 
सर्प सी विषैली जुबान लिए 
दो मुँहे चरित्र पे  झुठी मुस्कान लिए ..
 क्या  तुम मुझे 
इनके सामने 
बेबस  बतलाते हो .... 
करुणा मेरी ये जाने 
 शालीनता  मेरी ये क्या पहँचाने ..
दिखवा नहीं मैं  कर सकती
 इन जैसा नहीं बन सकती ..
ये क्या जाने त्याग मेरे 
कहानी मेरी ..
किरदार मेरे ..
जो लिखने चली हूँ 
मैं मीलों दूर से 
 छोड़ घर बार मेरे ..
बस इतना सा हक़ तुझपे देना 
आँखों में नमी  नहीं 
कलम में हर्फ़ पिरोना...

©A Saran

#Parchhai

16 Love

अब तो हमने चाँद देखना भी छोड़ दिया है कमबख्त २ माले कौन चढ़े ? तेरी यादों से पर्दा करते फिरते है सेहर ( दिन) भर वो क्या है न हमारे आँसू हमारे ही वफ़ादार नहीं है शब ( raat) होते ही निकल आते है काम करते करते थक जाता है बदन फिर भी नींद को नींद नहीं आती जाने क्यों बेचैन रहता है मन आसान है क्या बस यूँ ही व्यस्तता में वक़्त का गुज़र जाना तुझे महसूस करके भी तेरा हकीकत में नज़र न आना ©A Saran

#chaandsifarish  अब तो हमने चाँद देखना भी छोड़ दिया है 
कमबख्त २ माले  कौन चढ़े ? 
तेरी यादों से पर्दा करते फिरते है 
सेहर ( दिन)  भर 
वो क्या है न हमारे आँसू
 हमारे ही  वफ़ादार नहीं है 
शब ( raat) होते ही निकल आते है  
काम करते करते थक जाता है बदन 
फिर भी 
नींद को नींद नहीं आती 
जाने क्यों बेचैन रहता है मन 
आसान है क्या बस यूँ ही व्यस्तता में 
 वक़्त का गुज़र जाना 
तुझे महसूस करके भी 
तेरा  हकीकत में नज़र न आना

©A Saran

भले ही आपकी दुनियाँ उसी एक इंसान से शुरू और उसी पे ख़त्म होती हो मगर ये भी तो है न की उस इंसान की दुनियाँ में और भी लोग है वो अंगिनत ज़िम्मेदारी से घिरा है उसकी ख़ामोशी का कारण व्यस्तता है ये भी तो समझना प्यार का उसके प्रति विश्वास का ज़रूरी हिस्सा है ©A Saran

#God  भले ही आपकी दुनियाँ 
उसी एक  इंसान से शुरू 
और उसी पे ख़त्म होती हो 
मगर  ये भी तो है न की 
उस इंसान की दुनियाँ 
में और भी लोग है 
वो अंगिनत ज़िम्मेदारी से घिरा है 
उसकी ख़ामोशी का कारण व्यस्तता  है
 ये  भी तो समझना प्यार का 
उसके प्रति विश्वास  का ज़रूरी हिस्सा है

©A Saran

#God

12 Love

तेरा "ख्याल" मात्र काफ़ी है मेरा ख्याल रखने के लिए ©A Saran

#bekhudi  तेरा "ख्याल" मात्र काफ़ी है 
मेरा ख्याल रखने के लिए

©A Saran

#bekhudi

10 Love

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