एक लड़का दीवाना सा।
वो लड़का मस्तना सा।
जब भी देखूँ उसे
तो लगे अपना सा ,
इशारे वो हसकर करता
वो लड़का है दीवाना सा
उसने पहली नज़र में
मुझे अशीक़ बनाया ।
छुप छुप कर मुझे देखे वो।।
मुझे नींद ना आए
उसे चेन ना आए
उसे दीवान मै कहती हूँ
वो प्रेमी है ,वो साचा है ।।
वो दीवाना है मस्ताना है
उसके बिना केसे जीऊ
हर पल उसे मेरी याद आय
मुझसे मिलने का बहाना ढूंढे
मेरे साथ रहे
मेरे साथ चले
हर वक़्क्त मुझसे बात करे
वो लड़का है दीवाना सा
मस्ताना सा ---------------------अभिषेक
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