prateekjackie...

prateekjackie... Lives in Dhanbad, Jharkhand, India

ambivert, down to earth, love writing

https://youtube.com/shorts/po4zZoXRJQ8?feature=share

  • Latest
  • Popular
  • Video

सूरज हर रोज़ यूं हीं उगता और ढलता रहेगा, और शायद जमाने में भी सब कुछ ठीक वैसे हीं चलता रहेगा। सितारे यूं हीं सजाते रहेंगे फलक को हमेशा की तरह, और चांद भी इतरा - इतरा कर आसमां में निकलता रहेगा। फूल भी खिलेंगे शाखों पर हर रोज उसी गर्मजोशी से, मौसम भी अपने अंदाज़ में करवटें बदलता रहेगा। एक रोज़, हां एक रोज़ शायद सब सही हो जाएगा। पर, पर दिल में एक ख़लिश, और आंखों में नमी तो रहेगी, आप नहीं रहे आपकी कमी तो रहेगी। ©prateekjackie...

#SAD  सूरज हर रोज़ यूं हीं उगता और ढलता रहेगा,
और शायद जमाने में भी सब कुछ ठीक वैसे हीं चलता रहेगा।
सितारे यूं हीं सजाते रहेंगे फलक को हमेशा की तरह,
और चांद भी इतरा - इतरा कर आसमां में निकलता रहेगा।
फूल भी खिलेंगे शाखों पर हर रोज उसी गर्मजोशी से,
मौसम भी अपने अंदाज़ में करवटें बदलता रहेगा।
एक रोज़,
हां एक रोज़ शायद सब सही हो जाएगा।
पर,
पर दिल में एक ख़लिश, और आंखों में नमी तो रहेगी,
आप नहीं रहे आपकी कमी तो रहेगी।

©prateekjackie...

सूरज हर रोज़ यूं हीं उगता और ढलता रहेगा, और शायद जमाने में भी सब कुछ ठीक वैसे हीं चलता रहेगा। सितारे यूं हीं सजाते रहेंगे फलक को हमेशा की तरह, और चांद भी इतरा - इतरा कर आसमां में निकलता रहेगा। फूल भी खिलेंगे शाखों पर हर रोज उसी गर्मजोशी से, मौसम भी अपने अंदाज़ में करवटें बदलता रहेगा। एक रोज़, हां एक रोज़ शायद सब सही हो जाएगा। पर, पर दिल में एक ख़लिश, और आंखों में नमी तो रहेगी, आप नहीं रहे आपकी कमी तो रहेगी। ©prateekjackie...

15 Love

और सुनो, जर्रा जर्रा टूटने के बाद भी बिखरने नहीं दिया है खुदको मैंने, मैंने टांग रखा है गले में भस्म हो चुके सपनों को एक पोटली में बांध कर, मैं नहीं मुक्त होना चाहता ताउम्र इनके भार से, मै चाहता हूं की इनका विसर्जन मेरी अस्थियों के साथ हो, ताकि अगले जन्म में मुझे याद रह सके, कि इस बार मुझे अपने लिए जीना है, और अपने सपने पूरे करने हैं। ©prateekjackie...

 और सुनो,
जर्रा जर्रा टूटने के बाद भी बिखरने नहीं दिया है खुदको मैंने,
मैंने टांग रखा है गले में भस्म हो चुके सपनों को एक पोटली में बांध कर,
मैं नहीं मुक्त होना चाहता ताउम्र इनके भार से,
मै चाहता हूं की इनका विसर्जन मेरी अस्थियों के साथ हो,
ताकि अगले जन्म में मुझे याद रह सके,
कि इस बार मुझे अपने लिए जीना है,
और अपने सपने पूरे करने हैं।

©prateekjackie...

और सुनो, जर्रा जर्रा टूटने के बाद भी बिखरने नहीं दिया है खुदको मैंने, मैंने टांग रखा है गले में भस्म हो चुके सपनों को एक पोटली में बांध कर, मैं नहीं मुक्त होना चाहता ताउम्र इनके भार से, मै चाहता हूं की इनका विसर्जन मेरी अस्थियों के साथ हो, ताकि अगले जन्म में मुझे याद रह सके, कि इस बार मुझे अपने लिए जीना है, और अपने सपने पूरे करने हैं। ©prateekjackie...

13 Love

#safar  White हमदर्दी भी उन्हीं के हिस्से आई जो जीत गए, 
हारने वालों के हिस्से आया बस अवसाद और अकेलापन ।

©prateekjackie...

#safar

216 View

मैंने लड़ना छोड़ दिया है, पर ऐसा नहीं की मैंने हार मान लिया है, ऐसा भी नहीं की मैं लड़ नहीं सकता, दरसल मुद्दा ये है कि मैं थक चुका हूँ लड़ते- लड़ते, मैंने छोड़ दिया है वक़्त के सहारे बहुत कुछ, और बहुत कुछ ऐसा भी है जिसे मैं चाहूँ तो बदल सकता हूँ, पर अब दिल नहीं करता, मन नहीं करता । ©prateekjackie...

 मैंने लड़ना छोड़ दिया है, 
पर ऐसा नहीं की मैंने हार मान लिया है, 
ऐसा भी नहीं की मैं लड़ नहीं सकता,
दरसल मुद्दा ये है कि मैं थक चुका हूँ लड़ते- लड़ते, 
मैंने छोड़ दिया है वक़्त के सहारे बहुत कुछ,
और बहुत कुछ ऐसा भी है जिसे मैं चाहूँ तो बदल सकता हूँ, 
पर अब दिल नहीं करता, मन नहीं करता ।

©prateekjackie...

मैंने लड़ना छोड़ दिया है, पर ऐसा नहीं की मैंने हार मान लिया है, ऐसा भी नहीं की मैं लड़ नहीं सकता, दरसल मुद्दा ये है कि मैं थक चुका हूँ लड़ते- लड़ते, मैंने छोड़ दिया है वक़्त के सहारे बहुत कुछ, और बहुत कुछ ऐसा भी है जिसे मैं चाहूँ तो बदल सकता हूँ, पर अब दिल नहीं करता, मन नहीं करता । ©prateekjackie...

9 Love

बिना आँसू के रोना, और मजबूत दिखने के सिवा किसी विकल्प का न होना; वक़्त के साथ संवेदनाओं का खोना, यानीं हृदय से कठोर होना; काश ! लोग समझ पाते... कितना मुश्किल है पत्थर का पत्थर होना । ©prateekjackie...

 बिना आँसू के रोना,
और मजबूत दिखने के सिवा किसी विकल्प का न होना; 
वक़्त के साथ संवेदनाओं का खोना,
यानीं हृदय से कठोर होना;
काश  ! लोग समझ पाते... 
कितना मुश्किल है पत्थर का पत्थर होना ।

©prateekjackie...

बिना आँसू के रोना, और मजबूत दिखने के सिवा किसी विकल्प का न होना; वक़्त के साथ संवेदनाओं का खोना, यानीं हृदय से कठोर होना; काश ! लोग समझ पाते... कितना मुश्किल है पत्थर का पत्थर होना । ©prateekjackie...

14 Love

तुझसे बिछड़ना कहाँ गवारा है मुझे तू हीं आख़िरी सहारा है मुझे, मुझे यकीं है तू आएगा हीं आएगा, ए दोस्त, बड़ी उम्मीद से पुकारा है तुझे। ©prateekjackie...

 तुझसे बिछड़ना कहाँ गवारा है मुझे

तू हीं आख़िरी सहारा है मुझे,

मुझे यकीं है तू आएगा हीं आएगा,

ए दोस्त, बड़ी उम्मीद से पुकारा है तुझे।

©prateekjackie...

तुझसे बिछड़ना कहाँ गवारा है मुझे तू हीं आख़िरी सहारा है मुझे, मुझे यकीं है तू आएगा हीं आएगा, ए दोस्त, बड़ी उम्मीद से पुकारा है तुझे। ©prateekjackie...

12 Love

Trending Topic