बयाँ-ए-इश्क तो सब कर लेते हैं,
कभी इश्क-ए-इंतज़ार करके तो देखो ।
वे कहते हैं कि दूर रहने वाले क्या इश्क करते होंगे,
कभी जिस्म को छोड़ के रूह से प्यार करके तो देखो ।
तुम्हें उस खुदा की खुदाई पे यकीं हो जाएगा...
कभी इश्क के गहराई में उतर के तो देखो ।।
~Saurabh Kumar
#Saumis❣
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