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रात ही तो है, गुज़र जाएगी इक मीठी सुबह की आस में... ©JourneyofBPS
JourneyofBPS
10 Love
मेरा प्रेम उसके लिए पतझड़ के समान है जो हर रोज टूटकर बिखरता जा रहा है और उसे इंतजार है टहनियों में नए पत्तों के आने का। ©JourneyofBPS
2 Love
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बरसात की एक शाम मैं अपने बरामदे में बैठा कोई उपन्यास पढूँ और नायिका के लिबास में तुम मेरे सामने से गुजर जाना।
16 Love
इश्क की वो गलियाँ वीरान है जहाँ आशिकों का जमघट हुआ करता था
5 Love
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