@theraigaana गर लिख दू तो कहीं ‘शब्द’ नीलाम न हो जाएं। और न लिख पाऊं तो कहीं मेरी कलम ‘बांझ’ न हो जाए! Theatre artist, blogger, writer. written (plays)- प्रेम में पतंग होना, एक बटे दो मर्द!, मुआ निकाह, बतंगड़ etc, ... मैं शब्दो के सहारे, भावनाए लिखता हूं। कहानियां नहीं, घटनाएं लिखता हूं!!
261 View
282 View
167 View
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here