White हमारे एक होने की तुम थोड़ी कोशिश करते तो अच्छा होता,
झूठ तो आंखो में था तुम्हारी, सच कहते मुझसे तो अच्छा होता...
ये मत कहना की खुश नहीं हो दिख तो जाता है तस्वीरों में,
चाहो तो वो भी मिल जाता है जो ना लिखा हो तकदीरों में...
समझ रहे है हम भी वक्त की कमी किस कदर आ चुकी है,
कहने को कुछ नही पास अब तुम्हारे तो नज़र झुक चुकी है...
कोई और जो अब साथ है तो मेरी कमी कहां महसूस होगी,
ये भूल थी मेरी जो लगा कि तेरे दिल में मेरे लिए जगह अब भी होगी...
तुम्हें घर का जिम्मेदार बेटा जो बनना था तुम्हें तो बदलना ही था,
आगे का सफर सिर्फ मेरा है खुद के लिए मुझे तो सम्हालना ही था...
©Sangeeta Singh
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