राह अकेली है तेरी तुझे उसपे चलना है अकेले सुन,
मिल गया अगर मैं कहीं तो होगा खुशनुमा सफर तेरा,
खूबसूरत बहुत हो तुम तुम्हारी अदाएं बहुत प्यारी हैं,
हर दिल को अपना कर लें कमबख्त ये सफर तेरा,
इंद्रधनुष के रंगों सा है, है सावन की ठंडी फुहार सा,
मुझे मुझ से चुरा ले कुछ ऐसा है सनम सफ़र तेरा,
फूलों की कलियों सी तू, है बागों की तितलियों सी,
छीन ले जो नींद मेरी एक पल में है रंगीन सफ़र तेरा,
सुबह की खिलती धूप है सांझ का ढालता सूरज तू,
दिलों पे खंजर चला दे आंखों का मस्त सफ़र तेरा,
part 2
©Alfaaz dil se
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