कोई तुम्हे देखता है,
अपने स्वार्थ के लिए।
कोई तुमसे हमदर्दी जताता है,
अपने मतलब के लिए।
ऐसी ही है कुछ असल दुनिया।
वरना कोन पूछता है किसी को,
खुशियां मनाने के लिए।
ये दुनिया बड़ी काली है,
मै बेरोजगार युवा
तलाश में मंज़िल की
भटकता यहां वहां
सुन भी ना पाता अपने दिल की
रातों को बैठ कर मै पढ़ता हूं
सुबह निकलता हूं,
कभी कभी तपती दोपहरी में जलता हूं
महीने में हजारों जगह भटकता हूं
11 Love
(एक तरफा प्यार)
निशब्द सा है समा।
बहुत कुछ कहने को दिल करता है।
ख़ामोश सा बैठा हूं ना जाने क्यू।
सोच कर ना जाने क्या
शब्द - निशब्द पर टहरता है।
क्या कहूं और कैसे कहूं
क्योंकि एक एक शब्द में कहानियां है हज़ारों
इसलिए तेरी बातों और तारीफों की तुलना
शब्दों में नहीं हो सकती।
तुझे तो सिर्फ महसूस किया जा सकता है।
शब्दों में कैसे फिर करदू बयां।
एक तेरी मुस्कुराहट और मासूमियत पर
दिल मारता है
निशब्द सा है समा।
पर बहुत कुछ कहने का दिल करता है।
निशब्द सा है समा।
पर बहुत कुछ कहने का दिल करता है।
#Lokeshpal
#shabdkarita
(एक तरफा प्यार)
निशब्द सा है समा।
बहुत कुछ कहने को दिल करता है।
ख़ामोश सा बैठा हूं ना जाने क्यू।
सोच कर ना जाने क्या
शब्द - निशब्द पर टहरता है।
क्या कहूं और कैसे कहूं
9 Love
मै अजनबी हूं मुझे अजनबी ही रहने दो।
अगर मेरे ज्यादा पास आओगे
तो बिछड़ने पर फिर पछताओगे
की काश उससे दिल ना लगाते
दिल अकेला है तो अकेला ही रहने दो
चंद पलो की उल्फत को
यूं ही ना जज्बातों में बहने दो
वरना वक़्त की यादों में ठहर जाओगे
क्यू इस दिल की जिल्लत करते हो सनम
इस दिल को मेरे ही पास रहने दो
देख कर नज़रे तुम्हारी
रुक सी गई सांसे हमारी
यूं मुस्कुराकर ना लूटो मुझे
मै अजनबी हूं मुझे अजनबी ही रहने दो।
#Lokeshpal
#Shabdkarita
मै अजनबी हूं मुझे अजनबी ही रहने दो।
अगर मेरे ज्यादा पास आओगे
तो बिछड़ने पर फिर पछताओगे
की काश उससे दिल ना लगाते
दिल अकेला है तो अकेला ही रहने दो
चंद पलो की उल्फत को
यूं ही ना जज्बातों में बहने दो
वरना वक़्त की यादों में ठहर जाओगे
15 Love
मै बरसना चाहता हूं
तेरे प्यार में
भीगना चाहता हूं
तेरे इश्क़ ए दीदार में
ये सुहानी हवा तेरी खुशबू से कम नहीं।
तुझ में फ़ना होने की चाहत
दिल बस इज़हार के इंतजार में।
तेरे आगे ये दुनियां क्या,रूह से रिश्ता है मेरा
बस यूंही खोया जाता तेरे ऐतबार में
#Lokeshpal
#Shabdkarita
मै बरसना चाहता हूं
तेरे प्यार में
भीगना चाहता हूं
तेरे इश्क़ ए दीदार में
ये सुहानी हवा तेरी खुशबू से कम नहीं।
तुझ में फ़ना होने की चाहत
दिल बस इज़हार के इंतजार में।
तेरे आगे ये दुनियां क्या,रूह से रिश्ता है मेरा
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here