Banarasi..

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टूटी फूटी लाइनों की कविता लिखने वाला, और साथ में ही अपने आप को एक मैकेनिकल इंजीनियर समझने वाला इंसान। इतना मेरे बारे में काफ़ी है बाकी आप बताओ ,कौन हूं मैं? follow me on insta- @Ig_banarasi https://youtube.com/@ig_banarasi below I have attached my E-Shop link if you are interested pls visit.

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शब्द सृजन की सदी अनोखी अनदेखी कुछ अनजानी सी डगर, ढूंढ रहा वो अपनी सी सुनहरी सहर। व्यापक विरूपाक्ष का व्यवसाय सा ओझल, जिंदगी बिन सादगी हो रही बेरंग सी बोझल। नितदिन न्योतित निहायत से निर्मित, मानव मंचित मोह माया में हो मिश्रित। काल की कालिका से हो कलंकित, खग खोजे खोह ख़लिश मुक्त खोखलित। गमन गति गीत से हो गतिमय ग्रसित, घृणा घेर घूर घर घाल घड़ी घालित। चमक चेतन चैतन्य चिन्मय में चीर चिंतन, छटी छठा छोह छः छल छीछल की छनछन। जीवन जटिल जीभ जंबू जाल जल से जलना, झंकृत झांझ झांझर झंझट झपट झेल बना झरना। टूटी टहनी टोहे टकराव की टंकार टंकित टिटहरी, ठूंठ ठहर ठौर ठग ठनकती ठिगनी ठकुराई की ठुमरी। डाकिया डर डपटे डगरी डकैत डंठल डसे डुगडुगाई, ढूंढे ढोंगी ढपली ढोलक ढाबा ढकोसलायुक्त ढिठाई। तिल तिल तीर तोरण तकती तेज त्यागी की तरूणाई, थाम थाली थिरकी थकी थोड़ा थपकी से थम थर्राई। दाम दया दंड दमनकारी दृष्टिगोचर दानव द्राक्ष दूषिताई, धर्म ध्यान धर धीरज ध्येय धन धवन ध्वजा धाय धराई। पाहुन पाए पोल्हाए पिंजरा पवन पोषित प्रेम पाप पनपाय, फिरे फनी फेरत फूले फ़राक फर्क फर्ज फैल फ़नफ़नाय। बनारसी बहुल बहुसंख्यक बहुलता बैर बेचैनी बहाए, भोले भंवर में भयानक भयंकर भजन भोजन भरमाए। यज्ञ यति योनि याज्ञवल् युगान्तर योग योग्य यमनयान, रोग रहित रेवती रंक रंजन रंगोली रंगाई राग रसिकपान। लोभ लाभ ललित लक्ष्य लंका ललाट लाग लपेट लगाए, वजन वारि वाक्य विकास वांछनीय विशेषता की विधाए। संकल्प स्तोत्र से संबंधित स्थित समाधानयुक्त संभावनाएं, शीर्ष शिखर शोषित शिशिर शेखर शनि शेष शुभकामनाएं। षट् षड्यंत्री षट्भुजी षड्यंत्रकारी षचि षट्कर्मित, हिमाचल हिमखंड हेमंत हजार हमलावार हठ हर्षित। क्षय क्षत्रिय क्षीण क्षति क्षणभंगुर क्षितिज क्षतिधारी, त्रिकालदर्शी त्रिरत्न त्रिपाद त्रेता त्रिगुण त्रय त्रिशरारी। श्रमिक श्रृंखला श्रुतिनन्दन श्रवण श्रमिक श्रुतिशास्त्री, ज्ञाचक ज्ञानी ज्ञानमीमांसा ज्ञानप्रकाश ज्ञपित ज्ञानदात्री। अनोखी अनदेखी कुछ अनजानी सी डगर, ढूंढ रहा वो अपनी सी सुनहरी सहर। - लेखक: बनारसी ©Banarasi..

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अनोखी अनदेखी कुछ अनजानी सी डगर,
ढूंढ रहा वो अपनी सी सुनहरी सहर।

व्यापक विरूपाक्ष का व्यवसाय सा ओझल,
जिंदगी बिन सादगी हो रही बेरंग सी बोझल।

नितदिन न्योतित निहायत से निर्मित,
मानव मंचित मोह माया में हो मिश्रित।

काल की कालिका से हो कलंकित,
खग खोजे खोह ख़लिश मुक्त खोखलित।

गमन गति गीत से हो गतिमय ग्रसित,
घृणा घेर घूर घर घाल घड़ी घालित।

चमक चेतन चैतन्य चिन्मय में चीर चिंतन,
छटी छठा छोह छः छल छीछल की छनछन।

जीवन जटिल जीभ जंबू जाल जल से जलना,
झंकृत झांझ झांझर झंझट झपट झेल बना झरना।

टूटी टहनी टोहे टकराव की टंकार टंकित टिटहरी,
ठूंठ ठहर ठौर ठग ठनकती ठिगनी ठकुराई की ठुमरी।

डाकिया डर डपटे डगरी डकैत डंठल डसे डुगडुगाई,
ढूंढे ढोंगी ढपली ढोलक ढाबा ढकोसलायुक्त ढिठाई।

तिल तिल तीर तोरण तकती तेज त्यागी की तरूणाई,
थाम थाली थिरकी थकी थोड़ा थपकी से थम थर्राई।

दाम दया दंड दमनकारी दृष्टिगोचर दानव द्राक्ष दूषिताई,
धर्म ध्यान धर धीरज ध्येय धन धवन ध्वजा धाय धराई।

पाहुन पाए पोल्हाए पिंजरा पवन पोषित प्रेम पाप पनपाय,
फिरे फनी फेरत फूले फ़राक फर्क फर्ज फैल फ़नफ़नाय।

बनारसी बहुल बहुसंख्यक बहुलता बैर बेचैनी बहाए,
भोले भंवर में भयानक भयंकर भजन भोजन भरमाए।

यज्ञ यति योनि याज्ञवल् युगान्तर योग योग्य यमनयान,
रोग रहित रेवती रंक रंजन रंगोली रंगाई राग रसिकपान।

लोभ लाभ ललित लक्ष्य लंका ललाट लाग लपेट लगाए,
वजन वारि वाक्य विकास वांछनीय विशेषता की विधाए।

संकल्प स्तोत्र से संबंधित स्थित समाधानयुक्त संभावनाएं,
शीर्ष शिखर शोषित शिशिर शेखर शनि शेष शुभकामनाएं।

षट् षड्यंत्री षट्भुजी षड्यंत्रकारी षचि षट्कर्मित,
हिमाचल हिमखंड हेमंत हजार हमलावार हठ हर्षित।

क्षय क्षत्रिय क्षीण क्षति क्षणभंगुर क्षितिज क्षतिधारी,
त्रिकालदर्शी त्रिरत्न त्रिपाद त्रेता त्रिगुण त्रय त्रिशरारी।

श्रमिक श्रृंखला श्रुतिनन्दन श्रवण श्रमिक श्रुतिशास्त्री,
ज्ञाचक ज्ञानी ज्ञानमीमांसा ज्ञानप्रकाश ज्ञपित ज्ञानदात्री।

अनोखी अनदेखी कुछ अनजानी सी डगर,
ढूंढ रहा वो अपनी सी सुनहरी सहर।

- लेखक: बनारसी

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"अभिव्यक्ति की अनूठी कला - शब्दों की सदी में नई डगर की तलाश।" #शब्दसृजन #हिंदीकविता #हिंदी_साहित्य साहित्य #शब्दोंकाजादू #कवितासंग्रह #अभिव्यक्ति #सृजन #जीवन #हिंदीप्रेम poetry hindi poetry on life Extraterrestrial life @Basanti Shasmal Tasleem wais تسلىم @Mohan raj @sHiVa_JhA @Mohan Lal mali

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जीवन और लोहे की कहानी इंसान कोई जैसे कच्चा लोहा, न ही कोई कीमत, न कोई शोभा। कारीगर ने जब पाया उसे, ठोंक-पीट बढ़ाई उसकी शोभा। ज़िंदगी बनी कारीगर इंसान की, मुश्किलों से लड़, बढ़ती गई आभा। लोहा लड़ता नमी, कुदरत और बेगारी से, तब बनकर रहता वो एक कीमती आभा। इंसान लड़ता खुद से, समाज से, और अपने खालीपन से, तब बनता वो इंसान, एक अलौकिक स्वर्णाभा। घिर गया यदि लोहा किसी बेईमानी में, टूटकर तिल-तिल खोता अपनी प्रतिष्ठित कर्माभा। उसी प्रकार इंसान, इंद्रियों के जाल में फंसकर, बनता वो एक निष्क्रिय, जर्जर पहलू की आभा। चाहे इंसान हो, या निर्जीव सा दिखता हो ये लोहा, बिन संरक्षण रे बनारसी, मिटती सबकी शोभा। लेखक - बनारसी ©Banarasi..

#Transformation #ArtisticVision #InnerStrength #IronAndHuman #LifeMetaphor #Inspiration  जीवन और लोहे की कहानी

इंसान कोई जैसे कच्चा लोहा,
न ही कोई कीमत, न कोई शोभा।
कारीगर ने जब पाया उसे,
ठोंक-पीट बढ़ाई उसकी शोभा।

ज़िंदगी बनी कारीगर इंसान की,
मुश्किलों से लड़, बढ़ती गई आभा।
लोहा लड़ता नमी, कुदरत और बेगारी से,
तब बनकर रहता वो एक कीमती आभा।

इंसान लड़ता खुद से, समाज से,
और अपने खालीपन से,
तब बनता वो इंसान,
एक अलौकिक स्वर्णाभा।

घिर गया यदि लोहा किसी बेईमानी में,
टूटकर तिल-तिल खोता अपनी प्रतिष्ठित कर्माभा।
उसी प्रकार इंसान, इंद्रियों के जाल में फंसकर,
बनता वो एक निष्क्रिय, जर्जर पहलू की आभा।

चाहे इंसान हो,
या निर्जीव सा दिखता हो ये लोहा,
बिन संरक्षण रे बनारसी,
मिटती सबकी शोभा।

लेखक - बनारसी

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15 Love

Unsplash What you will become in the future is depends on your ability and hard work. If you failed, Don't get dispointed from yourself, increase your pace of hard work and upskill your ability. ©Banarasi..

#library #Quotes  Unsplash What you will become in the future is depends on your ability and hard work.

If you failed,

 Don't get dispointed from yourself, increase your pace of  hard work and upskill your ability.

©Banarasi..

#library quotes on life

15 Love

White Precious time is about to past, In search of something precious. But nothing is precious, if you get serious. ©Banarasi..

#love_shayari #Quotes  White Precious time is about to past,
 In search of something precious.
But
nothing is precious,
 if you get serious.

©Banarasi..

#love_shayari quotes on life

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Unsplash ये किताबें ही तो है, जो इंसान को इंसान बनाती है, जीवन में आने वाले उतार चढ़ाव से, ये पार लगवाती है। संकुचित मानव बुद्धि में , ज्ञान का प्रकाश फैलती है, ये किताबें ही तो है, जो इंसान को इंसान बनाती है। ©Banarasi..

#leafbook  Unsplash ये किताबें ही तो है,
जो इंसान को इंसान बनाती है,
जीवन में आने वाले उतार चढ़ाव से,
ये पार लगवाती है।
संकुचित मानव बुद्धि में ,
ज्ञान का प्रकाश फैलती है,
ये किताबें ही तो है,
जो इंसान को इंसान बनाती है।

©Banarasi..

#leafbook

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Unsplash गर तू मेरी जमीं होती तो आसमां मैं तेरा होता। जहां जहां तेरे पैर ठहरते वो चमन गुलिस्तां होता। सूरज की तपिश मुझसे होके सुनहरी धूप का आशियां होता। गर तू मेरी जमीं होती तो आसमां मैं तेरा होता। ©Banarasi..

#प्यार #आसमां #lovelife  Unsplash गर तू मेरी जमीं होती 
तो आसमां मैं तेरा होता।
जहां जहां तेरे पैर ठहरते
वो चमन गुलिस्तां होता।
सूरज की तपिश मुझसे होके
सुनहरी धूप का आशियां होता।
गर तू मेरी जमीं होती 
तो आसमां मैं तेरा होता।

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#lovelife गर तू मेरी जमीं होती तो आसमां मैं तेरा होता। जहां जहां तेरे पैर ठहरते वो चमन गुलिस्तां होता। सूरज की तपिश मुझसे होके सुनहरी धूप का आशियां होता। गर तू मेरी जमीं होती तो आसमां मैं तेरा होता।

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