यक़ीनन जो अब चल रहा है ये भी ईन्सान के बीते दुष्कृत्यों का परिणाम है और ईन्सान अभी भी समझ नहीं रहा तो ईश्वर से प्रार्थना है कि ऐसे दुष्कृत्यों के परिणाम(सज़ा) को भी जल्द ही निर्धारित करे ।।
बड़ा उत्सुक हूँ, के जल्द किसी सज़ा का इन्तज़ाम हो
ईन्सान - ऐ - जिन्दगी, मौत के सामने नीलाम हो
बनकर घर का बन्दी भी ईन्सान को समझ नहीं आया
काश इससे भी बत्तर इस सज़ा का अंजाम हो
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