White कारवां ऐ इश्क अब वीरां हो चला है
नजराने मोहब्बत के नीलाम होने लगे है
कभी छुपाए थे जहाँ से सारे जो मोहब्बत के किस्से
चर्चे उनके महफिलों में अब आम होने लगे है ,
हाँ......वो गैरो के हो चले है ,सुना है मैने
अब चेहरे पर नही दिल में गम रखता हूं
अपना कह के लूटा है अपनो ने मुझे
अपनो से ही गुफ्तगू अब कम रखता हूं
हाँ.....एक जमाना था तेरा भी
हाँ....एक दौर था मेरा भी
मेरे प्यार के घुंघरू तेरे पैरो के हो चले ,,,,,,,ये सपना बुना है मैने
हाँ........वो गैरो के हो चले है ......सुना है मैने
©कपिल
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