English
vkgwrites
126 View
67 View
107 View
ऐसे ही पास रहो तुम हमारे, हमे तुम्हे देख सुकून मिलता है क्यों देख तुम्हे दिल धारकता है साँसो मे बस गए हो तुम हमारे बस एही सोच के दिन कटता है तुम्हे देख के ही शायद चांद भी चमकता है ©vkgwrites
6 Love
न जाने कौन-सा गुनाह किया था मै प्यार करके जो पल-पल तरप रहा हूँ मै उसे याद करके दुनिया से लड़ गया था उसके लिए मै,पता नहीं था पीछे से खन्जर भी चुभोयेगी वो दर्द कम करने के लिए मरना चाहता हूँ,बदकिस्मती तो देखो Ceiling fan भी नहीं है लटकने को!!! ©vkgwrites
5 Love
सांसों की डोर छूटती जा रही है किस्मत भी हमे दर्द देती जा रही है मौत की तरफ हैं कदम हमारे मोहब्बत भी हम से छूटती जा रही है ©Vishal Gupta
3 Love
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here