जंग लड़ रही जब दुनिया खुद से,
बीमारियों को धूल चटाता एक इन्सान है।
लोग उसे चिकित्सक कहते ज़रूर,
पर धरती पर वही तो एक भगवान है।।
उसे मज़हब का बोध नहीं ज़रा,
उसके लिये सब एक ही समान है।
लोग उसे चिकित्सक कहते ज़रूर,
पर धरती पर वही तो एक भगवान है।।
उसे गुमान नहीं अपनी प्रतिभा पर,
सेवा ही उसका एकमात्र मान सम्मान है।
लोग उसे चिकित्सक कहते ज़रूर,
पर धरती पर वही तो एक भगवान है।।
निरंतर कर्म करता नदी की भांति ,
उज्ज्वल मन और स्वार्थरहित पहचान है।
लोग उसे चिकित्सक कहते ज़रूर,
पर धरती पर वही तो एक भगवान है।।
©Anupama
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