एक लड़की थी, उसे एक बीमारी थी और उस बीमारी का ईलाज शहर के एक जानेमाने डॉक्टर के पास था, वो डॉक्टर रोज आकर उस लड़की को दवाई देता जिसे पीकर वो सो जाती,,
देखते देखते वक़्त बीता एक दिन वो डॉक्टर उस दिन न आकर दूसरे दिन आया लड़की ने उससे न आने की वजह पूछी और हिदायत देते हुवे कहा आगे से ऐसा न करना चाहे जो हो तुम एक पल के लिए आना पर आना ।
एक दिन फिर किसी छोटी सी तकरार पर वो डॉक्टर नही आया । लड़की ने फिर हिदायत दी और कहा फिर से ऐसा न करना क्योंकि मेरे मर्ज का इलाज सिर्फ तुम जानते हो, मुझसे ये रात नही काटी जाती, तुम्हारी दवाई की एक बूंद मेरे दर्द को खत्म कर देती है।
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कुछ वक्त बीता और एक दिन फिर किसी बात पर वो डॉक्टर नही आया लड़की ने सोचा दोपहर तक आएगा नही आया, शाम तक आएगा नही आया, रात तक आएगा नही आया, और रात बीत गयी । उस लड़की को उस दिन ये आभास हुआ कि वो उस दवाई के बिना भी रह सकती अब शायद उसे उस डॉक्टर का इंतजार न हो
क्योंकि वो रात उसने बेहद दर्द सहा और ये स्वीकार लिया कि रोज रोज के मरने से अच्छा एक दिन मर जाए ।
अगले दिन डॉक्टर तो फिर आया लेकिन,,,,,,,,
©priya khushbu
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