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poetry is my passion.
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इश्क़ कैसे कह दूं इसे, अभी तकलीफ तो है नहीं कोई, . . बस "कसक" सी उठती है, तुमसे बात करने की! . . गर "तड़प" उठे, तब मोहब्बत मानी जाए 🍁 ©Anchit Shri
Anchit Shri
1 Love
लोगों के पास आपके लिए तभी तक समय रहता है, जब तक उन्हें आपके समय की ज़रूरत होती है ©Anchit Shri
0 Love
मुझे तकलीफ़ है, ये उसे है मालूम, . . . . . उसे भी है या नही, ये नहीं मालूम मुझे! ©Anchit Shri
11 Love
या तो तब झूठे थे, या तो अब झूठे हो, . . . . . सुनो न, यार ये फर्क़ मिटा दो न ©Anchit Shri
ऐसे मुंह फेर कैसे लेते हो? . . . . . . मुझे भी ये तरकीब सिखा दो न! ©Anchit Shri
9 Love
सुनो . . . . . . . वक़्त निकाल लो, बात कर लो न! ©Anchit Shri
7 Love
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