✍️ दशरथ रांकावत 'शक्ति' शब्द प्रेमी........एक अतृप्त आत्मा अंधकार ने छलना सीखा सदा छला है और छलेगा, किंतु दीप ने जलना सीखा सदा जला है और जलेगा। Insta:- dasharath_rankawat_shakti YouTube:- Yuva Sahitya Manch अगर आप स्वयं लिखते है तो अपनी कविताओं को लाइव कार्यक्रम में प्रस्तुत करने के लिए संपर्क करें -91+7611960974
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