हंसते हुए चेहरे से हम सारे गम छुपा लेते हैं, दिल में क्या है हम कहाँ किसे दिखाते हैं, हर शब में दर्द की चादर ओढ़ हम सो जाते हैं, सुबह फिर वही मुस्कुराहटें लिए हम निकल जाते हैं।
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