Darshna jain

Darshna jain

स्वयं की कविता लिखती व पढती हूँ , घमण्ड में क्या रखा हैं सादगी से रहती हूँ | दिल से नरम हूँ, पर कलम से बार करती हूँ, भारत में जन्म लिया इसलिए स्वयं पर अभिमान करती हूँ|| follow my Facebook page (listen poetry with darshna) darshnaj17 (Instagram)

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