#azaadi धूप में छांव में हम बरसात में भी खड़े रहते हैं
कलमवाले हैं हम इसलिए चौथा स्तम्भ कहलाते हैं
भूख प्यास को भूलकर हम
सबको दिन रात दुनिया का हाल बताते हैं
कलमवाले हैं हम इसलिए चौथा स्तम्भ कहलाते हैं
घर परिवार से आगे हम पहले जनहित को लाते है
दुनिया मे पहने झूठे मुखौटों को हम हटाते हैं
कलमवाले हैं हम इसलिए चौथा स्तम्भ कहलाते हैं..
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