एक इत्तेफाक था,मिला मुझे कोई खास था ,
आंखें उसकी खूबसूरत चेहरे में जुनून थ,
वह सवाल पर सवाल करती जाती थी
मेरी आदत जवाबों में मशगूल पड़ गई
दोस्ती पर एक लिहाज नजर आता था,
मुझे उसकी बातों में प्यार नजर आता था
उसे अपने काम अच्छे लगते थे ,
और मैं उसके कामों का दीवाना था,
जब भी उससे बात होती ,
मेरी आत्मा को ऊर्जा मिलती ,
चल रहा हम दोनों के दरमियां,
एक खूबसूरत लमहे का एहसास,
पर मालूम है मुझ पागल को ,
यह कहानी इतनी जल्दी मुकम्मल हो नहीं सकती,
The story will be continued.... 😊
special person.... ❣️
©Lakshya Pandey
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