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SamEeR “Sam

SamEeR “Sam" KhAn Lives in Bareilly, Uttar Pradesh, India

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बैठ जाता हूँ अक्सर रातों को नींद से उठकर मुझको अंदर से मेरी लापरवाही खलती है कभी यादें तेरी मुझको जिंदगी से दूर ले जाती हैं पर क्या! मुझे तो पूरी कायनात में तन्हाई मिलती है मैं तो सूखे तिनकों सा दुनिया से अलग था तूने जो फूंकी थी चिंगारी वो आग आज भी जलती है सुना है एक दिन सब कुछ शांत हो जाता है इंसान की कीमत तो मरने के बाद ही पता चलती है मेरी नींदो में ख्वाब नही आते आते अब मेरी साँसों को तेरी रुसवाई खलती है क्या करूँ जीना छोड़ दूं मैं लेकिन कैसे इस जिन्दगी के साथ तेरी यादें जो पलती हैं डर है कि मरकर तुझे भूल ना जाऊं ये जिंदगी भी लेकिन सबको कहाँ मिलती है..!! ©SamEeR “Sam" KhAn

#रुसवाई  बैठ जाता हूँ अक्सर रातों को नींद से उठकर 
मुझको अंदर से मेरी लापरवाही खलती है

कभी यादें तेरी मुझको जिंदगी से दूर ले जाती हैं 
पर क्या! मुझे तो पूरी कायनात में तन्हाई मिलती है 
मैं तो सूखे तिनकों सा दुनिया से अलग था
 तूने जो फूंकी थी चिंगारी वो आग आज भी जलती है 
सुना है एक दिन सब कुछ शांत हो जाता है 
इंसान की कीमत तो मरने के बाद ही पता चलती है

मेरी नींदो में ख्वाब नही आते आते अब 
मेरी साँसों को तेरी रुसवाई खलती है 
क्या करूँ जीना छोड़ दूं मैं लेकिन कैसे 
इस जिन्दगी के साथ तेरी यादें जो पलती हैं 
डर है कि मरकर तुझे भूल ना जाऊं 
ये जिंदगी भी लेकिन सबको कहाँ मिलती है..!!

©SamEeR “Sam" KhAn

बारिश की बरसती बूँदों ने जब दस्तक दी दरवाजे पर, महसूस हुआ तुम आए अंदाज़ तुम्हारे जैसे था, हवा के हल्के झोंके ने जब आहट पाई खिड़की पर, महसूस हुआ तुम गुजरे एहसास तुम्हारे जैसा था, मैने गिरती बुंदो को रोकना चाहा हाथो पर, एक सर्द सा फिर एहसास हुआ लमश् तुम्हारे जैसा था, तन्हा मै चला बारिश मे तब एक झोंकों ने साथ दिया, मै समझ तुम हो मेरे साथ वो साथ तुम्हारे जैसा था, फिर रुक गई के बारिश भी रही ना बागी आहटें भी, मै समझा तुम मुझे छोड़ गये अंदाज़ तुम्हारे जैसा था, ©SamEeR “Sam" KhAn

#बारिश  बारिश की बरसती बूँदों ने जब दस्तक दी दरवाजे पर, 
महसूस हुआ तुम आए अंदाज़ तुम्हारे जैसे था,

हवा के हल्के झोंके ने जब आहट पाई खिड़की पर, 
महसूस हुआ तुम गुजरे एहसास तुम्हारे जैसा था,

मैने गिरती बुंदो को रोकना चाहा हाथो पर, 
एक सर्द सा फिर एहसास हुआ लमश् तुम्हारे जैसा था,

तन्हा मै चला बारिश मे तब एक झोंकों ने साथ दिया, 
मै समझ तुम हो मेरे साथ वो साथ तुम्हारे जैसा था,

फिर रुक गई के बारिश भी रही ना बागी आहटें भी, 
मै समझा तुम मुझे छोड़ गये अंदाज़ तुम्हारे जैसा था,

©SamEeR “Sam" KhAn

White देख ले जी भर के, बाद में आंख ना तरसे ले उड़ेगी सहर पल का मेहमान तेरे घर से न ले जाऊँगा साथ चुल्लू भर, वादा गहराई से हूँ फ़कीर, मनवाऊँ प्यार-वफ़ा की सुनवाई से आज न सही, होगी कल नमी, मिलेंगे न निशान हो ख़ाक सोया रहूँगा सुनसान न टूटेगा ध्यान रख सर उरोज पर रो ले हमदम जी भर के क्या नफ़ा बाद में रूप प्रेम जोगन का धर के कौन सिवा तेरे, करे अनुभव रोम-रोम यतीम करूँ निवेदन, दे चुटकी लगाव, आए यकीन पीए हैं आँसू बढ़कर प्यास से जा तराई में पाऊँ क़र्ज़ में डूबा, ऐसा क्या था साई में नहीं ख्वाहिश तेरी मेरा होना, दिलासे में हर्ज़ क्या रख नमक ज़ख़्म पर, हो शायद कबूल तेरी दुआ। ©SamEeR “Sam" KhAn

#जख्म  White देख ले जी भर के, बाद में आंख ना तरसे 
ले उड़ेगी सहर पल का मेहमान तेरे घर से

न ले जाऊँगा साथ चुल्लू भर, वादा गहराई से 
हूँ फ़कीर, मनवाऊँ प्यार-वफ़ा की सुनवाई से

आज न सही, होगी कल नमी, मिलेंगे न निशान 
हो ख़ाक सोया रहूँगा सुनसान न टूटेगा ध्यान

रख सर उरोज पर रो ले हमदम जी भर के 
क्या नफ़ा बाद में रूप प्रेम जोगन का धर के

कौन सिवा तेरे, करे अनुभव रोम-रोम यतीम 
करूँ निवेदन, दे चुटकी लगाव, आए यकीन

पीए हैं आँसू बढ़कर प्यास से जा तराई में 
पाऊँ क़र्ज़ में डूबा, ऐसा क्या था साई में

नहीं ख्वाहिश तेरी मेरा होना, दिलासे में हर्ज़ क्या 
रख नमक ज़ख़्म पर, हो शायद कबूल तेरी दुआ।

©SamEeR “Sam" KhAn

#जख्म

17 Love

वो प्रेम करती है तुम्हें उसे सदा अपने साथ रखना उदास दिखे कभी तो होले से हाथ पर हाथ रखना उसके दुःख में उसके लोगों के हाथ बंध जाएं गर तो उसके लिये तुम खुले अपने दोनों हाथ रखना यूँ तो वो मुसीबत में कमजोर नहीं पड़ती है पर दिखें आंसू कभी तो आँखों पर अपने हाथ रखना वो तन्हा न महमूस करे खुद को भीड़ में भी कभी निडर रहेगी बस उसके हाथों में अपना हाथ रखना कहती रहती है हर बार एक यही बात मुझसे वो मेरी मांग पर सिंदूर लिये तुम ही अपना हाथ रखना ये हवाएं भी कोशिश में हैं तेरी उम्मीद बुझाने को मित्र तू भी दिये के चारों ओर जमाए हाथ रखना ©SamEeR “Sam" KhAn

#मित्र  वो प्रेम करती है तुम्हें उसे सदा अपने साथ रखना
 उदास दिखे कभी तो होले से हाथ पर हाथ रखना 
उसके दुःख में उसके लोगों के हाथ बंध जाएं गर
 तो उसके लिये तुम खुले अपने दोनों हाथ रखना 
यूँ तो वो मुसीबत में कमजोर नहीं पड़ती है 
पर दिखें आंसू कभी तो आँखों पर अपने हाथ रखना 
वो तन्हा न महमूस करे खुद को भीड़ में भी 
कभी निडर रहेगी बस उसके हाथों में अपना हाथ रखना कहती रहती है हर बार एक यही बात मुझसे 
वो मेरी मांग पर सिंदूर लिये तुम ही अपना हाथ रखना
 ये हवाएं भी कोशिश में हैं तेरी उम्मीद बुझाने को 
मित्र तू भी दिये के चारों ओर जमाए हाथ रखना

©SamEeR “Sam" KhAn

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12 Love

जीतो ऐसे , जैसे कि तुम्हे इसकी आदत हो, हारो ऐसे जैसे कि आनंद उठाने के लिए एक बदलाव किया हो ©SamEeR “Sam" KhAn

#Motivational #आदत  जीतो ऐसे , जैसे कि तुम्हे इसकी आदत हो, हारो ऐसे जैसे कि आनंद उठाने के लिए एक बदलाव किया हो

©SamEeR “Sam" KhAn

#आदत

11 Love

कुछ और कश लगा ले ऐ ज़िन्दगी.!! बुझ जाऊंगा किसी रोज़ सुलगते-सुलगते.!! ©SamEeR “Sam" KhAn

#कश #SAD  कुछ और कश लगा ले ऐ ज़िन्दगी.!!
बुझ जाऊंगा किसी रोज़ सुलगते-सुलगते.!!

©SamEeR “Sam" KhAn

#कश

16 Love

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