ये अच्छा है कि ये अच्छा नहीं है
जो उस से अब कोई रिश्ता नहीं है
रिहा हो कर क़फ़स से क्या करेगा
परिंदे ने कभी सोचा नहीं है
न पूछो वक़्त की रफ़्तार हम से
गुज़रता है मगर दिखता नहीं है
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बोझ झूठी खुशी का ढोना है
हंस रहा हूँ कि मुझ को रोना है
उसकी खिड़की का रेशमी पर्दा
आँख वालो का इक खिलौना है
वक़्त पड़ने पे रो नहीं सकते
बस इसी बात का तो रोना है
#SaroshAsif
ये काम मेरे ही कुछ यार करने वाले हैं
वो मेरे होने का इनकार करने वाले है
जिसे भी देना है धोखा वो जल्द आ जाये
हम अपने आप को हुश्यार करने वाले हैं
#SaroshAsif
#Stars&Me
ये काम मेरे ही कुछ यार करने वाले हैं
वो मेरे होने का इनकार करने वाले है
जिसे भी देना है धोखा वो जल्द आ जाये
हम अपने आप को हुश्यार करने वाले हैं
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