Dr Amit Gupta

Dr Amit Gupta Lives in Jabalapura, Karnataka, India

writing is all about feelings.. all the posts are written by me and there is no copy paste in my profile...

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अपने होने का सुबूत और निशाँ छोड़ती है रास्ता कोई नदी यूँ ही कहाँ छोड़ती है।। ©Dr Amit Gupta

#शायरी #riverside  अपने होने का सुबूत और निशाँ छोड़ती है
रास्ता कोई नदी यूँ ही कहाँ छोड़ती है।।

©Dr Amit Gupta

#riverside

14 Love

White खुली मुड़ेर पर इक दिया जला कर रखा है मैंने परिंदों को दोस्त बना कर रखा है मुकम्मल होना जिनका मुमकिन ही नहीं मैंने उन ख़्वाबों को आंखों में छुपा कर रखा है।। मैं किसी के खयालों में तीसरा भी न सही इस कदर मैंने अरमानों को दबा कर रखा है। तुम्हें सब्र की कमी हो तो कहना मुझे, मैंने जरूरत से ज्यादा जमा कर रखा है।। ©Dr Amit Gupta

#शायरी #love_shayari  White खुली मुड़ेर पर इक दिया जला कर रखा है
मैंने परिंदों को दोस्त बना कर रखा है

मुकम्मल होना जिनका मुमकिन ही नहीं
मैंने उन ख़्वाबों को आंखों में छुपा कर रखा है।।

मैं किसी के खयालों में तीसरा भी न सही
इस कदर मैंने अरमानों को दबा कर रखा है।

तुम्हें सब्र की कमी हो तो कहना मुझे,
मैंने जरूरत से ज्यादा जमा कर रखा है।।

©Dr Amit Gupta

#love_shayari

13 Love

#शायरी #love_shayari  White खुली मुड़ेर पर इक दिया जला कर रखा है
मैंने परिंदों को दोस्त बना कर रखा है

मुकम्मल होना जिनका मुमकिन ही नहीं
मैंने उन ख़्वाबों को आंखों में छुपा कर रखा है।।

मैं किसी के खयालों में तीसरा भी न सही
इस कदर मैंने अरमानों को दबा कर रखा है।

तुम्हें सब्र की कमी हो तो कहना मुझे,
मैंने जरूरत से ज्यादा जमा कर रखा है।।

©Dr Amit Gupta

#love_shayari

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गिरवी होंगी बहुत सी अमानतें मेरी अभी ईमान को मैंने सलामत रखा है ©Dr Amit Gupta

#शायरी #Likho  गिरवी होंगी बहुत सी अमानतें मेरी
अभी ईमान को मैंने सलामत रखा है

©Dr Amit Gupta

#Likho

9 Love

White मैं बिखरने की कगार तक टूट सा गया, और मेरा सब्र है कि टूटता ही नहीं।। मेरे सफर में हमसफर छूट सा गया, वो मेरा साया है जो छूटता ही नहीं ।। बंजर से जज्बात् कलेजा सूख सा गया, पर आँखों का पानी सूखता ही नहीं ।। जमाने में हर सख्श जैसे रूठ सा गया, एक मै हूँ किसी से रूठता ही नहीं।। ©Dr Amit Gupta

#कविता #Sad_Status  White मैं बिखरने की कगार तक टूट सा गया,
और मेरा सब्र है कि टूटता ही नहीं।।

मेरे सफर में हमसफर छूट सा गया,
वो मेरा साया है जो छूटता ही नहीं ।।

बंजर से जज्बात् कलेजा सूख सा गया,
पर आँखों का पानी सूखता ही नहीं ।।

जमाने में हर सख्श जैसे रूठ सा गया,
एक मै हूँ किसी से रूठता ही नहीं।।

©Dr Amit Gupta

#Sad_Status

15 Love

#कविता #Sad_Status  White मैं बिखरने की कगार तक टूट सा गया,
और मेरा सब्र है कि टूटता ही नहीं।।

मेरे सफर में हमसफर छूट सा गया,
वो मेरा साया है जो छूटता ही नहीं ।।

बंजर से जज्बात् कलेजा सूख सा गया,
पर आँखों का पानी सूखता ही नहीं ।।

जमाने में हर सख्श जैसे रूठ सा गया,
एक मै हूँ किसी से रूठता ही नहीं।।

©Dr Amit Gupta

#Sad_Status

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