जब तक #सांस है, #टकराव मिलता रहेगा.
जब तक #रिश्ते हैं, “घाव” मिलता रहेगा.
पीठ पीछे जो बोलते हैं, उन्हें पीछे ही रहने दें,
अगर हमारे #कर्म, #भावना और #रास्ता सही है.
तो गैरों से भी “#लगाव” मिलता रहेगा.
जब तक #सांस है, #टकराव मिलता रहेगा.
जब तक #रिश्ते हैं, “घाव” मिलता रहेगा.
पीठ पीछे जो बोलते हैं, उन्हें पीछे ही रहने दें,
अगर हमारे #कर्म, #भावना और #रास्ता सही है.
तो गैरों से भी “#लगाव” मिलता रहेगा.
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