रात भी होगी,अँधेरे को चीरती हुई एक सुबह भी होगी
मंदिर में घंटी भी बजेगी,मस्जिद में अज़ान भी होगी
तुम इस शियासत की शतरंज से दूर रहो
तुम्हारा वज़ूद इंसानों के बीच में रहना है,
इंसानियत से ही तुम्हारी पहचान होगी.…..।
Sameer Mansoory
हम लफ्जों को यूँ थाम लिए
बरसों बीत गए तेरा नाम लिए,
हम बेशक तेरी परछाईं से दूर हैं,
हम बेशक तेरी परछाईं से दूर है
एक भी रात नही बीती जिसमें
हम तेरा नाम नही लिए...।
Sameer Mansoory
ये वादियां तुमको याद रखेंगी हर वक्त
तुम ज़िंदा हो लोगों के दिलों में हर वक्त,
पर तुम्हारा यूँ जाना गवारा नही हुआ
याद आओगे इस जहाँ को तुम हर वक्त..।
😥💐💐
ऐसे मेरी तन्हाई को बेनक़ाब न कर
ऐसे मेरी तन्हाई को बेनक़ाब न कर,
सुन मेरी महबूबा तू मुझे ऐसा ही रहने दे
मेरा प्यार सच्चा था ये तू जानती है
मेरा प्यार सच्चा था ये तू जानती है
पर
ज़माने में इसकी नुमाइश न कर...।
Sameer Mansoory
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