बाद तेरे दिल किसी और पे आने से रहा
मैं खुद किसी और से दिल लगाने से रहा ।
बस इसलिए भी जा रहा हूँ दूर उससे
उसे खोने का डर तो दूर जाने से रहा ।
ये सोचकर ही कभी रूठता नहीं उससे
गर मैं रूठ गया तो यार वो मानाने से रहा ।
देखना तुम एक दिन आएगा
जब इंडिया फिर मुस्कुराएगा
एक दिन आएगा
जब किचन से कड़वे काढ़े की जगह
माँ के हाथ की चाय की महक आएगी
सुबह सुबह अखबारों की सुर्ख़ियों में
बस हमारे जीत जाने की ख़बरें छाएंगी
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