Forever,,
न जाने इस शब्द का क्या किस्सा है
मेरी जिंदगी का अधूरा हिस्सा है
जिन लोगों ने वादे किए कस्मे खाई,
कि साथ देगे वो हमेशा।
वे सब इस शब्द में गुम हो गए,
अपने ही वादो में कहीं खो गए।
समझ नहीं आता कि,
तलाश लाऊ उन्हें या आगे बढ जाऊ
समझलू उन्हें या मैं भी खो जाऊं।
याद है मुझे आज भी उसका वो वादा,
"I love you forever
till the end of my life..."
कोई उस पगली को समझाए कि
यहां एक पल का हिसाब नहीं,
तो forever की गारंटी कहां से लाऊ,
मन करता है उन दोस्तों को भी बताऊं
जिन्होंने Best Friend Forever का Tag मुझे दिया
अगले ही पल नफरत की वादियों में अकेला छोड़ दिया
क्यों यहां हर कोई शब्दों का खेल खेल रहा,.
जज्बात कुछ और अल्फ़ाज़ कुछ और ही बोल रहा।
इससे तो वे बेनाम रिश्ते ही भले,
जो बिना वजह बिना वादे मेरे साथ आज भी खड़े
अरे इस दुनिया ने एक शब्द को ही फरेबी बना दिया,
अर्थ ही इस शब्द का वे वजूद बना दिया ।।
©Bhuvnesh Chakrawal
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