हमसफ़र इस उजड़ी जिंदगी में मेरी जन्नत हो तुम...
विरान पडी जिंदगी में मन्नत हो तुम...
दिल के ज़ख़्म और मेरा दर्द हो तुम...
इस दर्द में भी हमदर्द हो तुम...
मेरी हर तकलीफ में फ़िक्र हो तुम...
मेरे हर शब्द में जिक्र हो तुम...
मेरे हर ज़रा में जर्रा हो तुम...
मेरी जिन्दगी की रोजमर्रा हो तुम...
सब कुछ तो हो मेरे, बताओ क्या नहीं हो तुम...!!
Heart तुमसे अब कोई गिला तो नहीं, तुम यादों की बेडियो से आजाद हो
सुनने को मिलता नहीं तुम्हारा हाल तुम ही बता दो कहा हो ओर किस के साथ हो
-geetika
20 Love
अब ये जो हमारे बीच फासले है
ये तुम्हारे ही फेसले है
और ये जो तुम्हारे फेसले है
इन्ही वजह से हमारे बीच फासले है
और ये जो फासले है
बहुत बेहतरीन फेसले है
Very deep lines
अब ये जो हमारे बीच फासले है
ये तुम्हारे ही फेसले है
और ये जो तुम्हारे फेसले है
इन्ही वजह से हमारे बीच फासले है
और ये जो फासले है
बहुत बेहतरीन फेसले है
Very deep lines
18 Love
माना बोहत दिवानी होगी तेरी
काशी के साथ साथ मसतआनी भी होगी तेरी
जिक्र होगा अगर मेरा कभी
तो बेवफा जुबान चुप होगी तेरी
तुम्हारे प्यार के लिए शुक्रिया इस व्यवहार के लिए शुक्रिया
तुम्हारी इन बातो के लिये शुक्रिया तुम्हारी ये खूबसूरत यादो के लिए शुक्रिया
तुम्हारा मुझे कभी यू ना छुना उसका शुक्रिया तुम्हारा मुझे यू दिल से छुना उसका शुक्रिया
तुम्हारे दिए इन खुशी के हालातों का शुक्रिया तुम्हारे इन सचे जास्बातो कई शुक्रिया
तुम्हारे प्यार के लिए शुक्रिया इस व्यवहार के लिए शुक्रिया
तुम्हारी इन बातो के लिये शुक्रिया तुम्हारी ये खूबसूरत यादो के लिए शुक्रिया
तुम्हारा मुझे कभी यू ना छुना उसका शुक्रिया तुम्हारा मुझे यू दिल से छुना उसका शुक्रिया
तुम्हारे दिए इन खुशी के हालातों का शुक्रिया तुम्हारे इन सचे जास्बातो कई शुक्रिया
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