एक लक्ष्य के पीछे जवानी दांव लगाई बैठी है, खुद को | हिंदी Shayari

"एक लक्ष्य के पीछे जवानी दांव लगाई बैठी है, खुद को मिटाने की रीत अपनाई बैठी है। हसरतें तो तमाम थीं इन सांसों के सफर में, मगर एक ख्वाब के लिए ज़िंदगी थमाई बैठी है। ©UNCLE彡RAVAN"

 एक लक्ष्य के पीछे जवानी दांव लगाई बैठी है,
खुद को मिटाने की रीत अपनाई बैठी है।
हसरतें तो तमाम थीं इन सांसों के सफर में,
मगर एक ख्वाब के लिए ज़िंदगी थमाई बैठी है।

©UNCLE彡RAVAN

एक लक्ष्य के पीछे जवानी दांव लगाई बैठी है, खुद को मिटाने की रीत अपनाई बैठी है। हसरतें तो तमाम थीं इन सांसों के सफर में, मगर एक ख्वाब के लिए ज़िंदगी थमाई बैठी है। ©UNCLE彡RAVAN

#STUDY_TABLE

People who shared love close

More like this

Trending Topic