White
अपनो के साथ भी अकेले महसूस करने लगी हूं
लगता है अब दुनिया को ढंग से जानने लगी हूं
सही कहते हैं लोग
कौन अपना है
कौन पराया है ये वक्त पर पता चलता है
देना हो जिसको दुख में साथ
आखिर में वो ही छोड़ के चल लेता है।
इसलिए अब थोड़ा दूरी सब से करने लगी हूं
खुश होना छोड़ दिया है मैंने
अब धीरे-धीरे हंसना सीखने लगी हूं।। ..
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©sati
poetry।।