ज़िंदगी सफर में गुजर रही है मंजिल का कोई ठिकाना नह | हिंदी Shayari Vid

"ज़िंदगी सफर में गुजर रही है मंजिल का कोई ठिकाना नहीं कोई मंजिल का पता बता दे अब ऐसा ज़माना नही मिले बहुत हमे पता बताने वाले कोई मिला नही सही पता बताने वाला जो भी मिला गुमराह कर जाने वाला बस तुम ही थे जो मिला दिल को समझने वाला ©Malik Boy "

ज़िंदगी सफर में गुजर रही है मंजिल का कोई ठिकाना नहीं कोई मंजिल का पता बता दे अब ऐसा ज़माना नही मिले बहुत हमे पता बताने वाले कोई मिला नही सही पता बताने वाला जो भी मिला गुमराह कर जाने वाला बस तुम ही थे जो मिला दिल को समझने वाला ©Malik Boy

People who shared love close

More like this

Trending Topic