White स्पष्टता की परिभाषा आज अपंग है।
खुशियों में भी मिलावट है इस कदर,की
लौहे सी मुस्कान में आंसू के पानी से लगी जंग है।
मेहनत में कोई कमी नहीं,पर विपरीत परिणाम देखकर इन्सान दंग है
"अकेले आए अकेले जाएंगे"पहले ये बात जुमला लगती थी
पर पता अब चला यही जीवन के "गद्यांश" का प्रसंग है।।
©Rohit Pepawat
#safar