" कल का मानव"
कल का मानव कैसे हुआ दानव
इस बात को उठा लो ,
करो दो सवाल खड़ा
वरना हो जाएगा मुश्किल बड़ा
आज जो देख रहे हो
इससे कुछ शिख रहे हो
आज जो आए है चपेट में
कोरोना की लपेट में,
मौत का बज रहा तांडव
गांडीव धनुष उठाने को
क्या आयेंगे पांडव नहीं
ये तो सिर्फ आहट है
फिर कैसा घबराहट है
अभी तो सिर्फ सन्नाटा है छाई
अभी विकराल रूप कहा अाई
ये तो आग का एक झोंका है
प्रकृति ने बहुत कुछ रोका है
संभलो और सभालो देश को
आपसी में मिटाओ क्लेश को
मत बन जाओ दानव
मत भूलो हो तुम मानव
#कल का मानव कैसे बना दानव