White घना कोहरा है,रात काली भी है
नशे में डूबा है यार, मुँह में गाली भी है
दौलत का शुरूर है इतना कमलेश
बदजुबान है और मुँह में गाली भी है
चमन की हालात बयां कर रही है सब
कि जो उजाड़ रहा है,वही माली भी है।
वीराने मे शोर की कहानी जब समझी
देखा!जो शायर है, वही बजाता ताली भी है
©Kamlesh Kandpal
#GoodNight हिंदी शायरी