सवाल तो बहुत हैं मगर जवाब नहीं हैं,
जिंदगी के ऐसे पड़ाव पर हूं जहां रास्ते तो है पर मंजिल का कहीं नामो निशान नहीं है,
ना कोई साथी है ना कोई हमनवा बस चलना अकेले है यहां,
मुश्किलें तो बहुत है यहां मगर उनका कोई इलाज नहीं है.....
©Shweta P
savaal to bahut hai