White आँखों में आलस घर करता, मन को प्रतिपल पत्थर क | हिंदी मोटिवेशनल
"White आँखों में आलस घर करता,
मन को प्रतिपल पत्थर करता,
खाली रहना तन्हा होना,
हल्का तन, भारी सर करता।
सच बोलूँ तो यार उदासी है मन में
पर मुस्कानो से जग को बहलाना है,
उठ मन, चल, सूरज को टॉर्च बनाना हैं।
चारण गोविन्द"
White आँखों में आलस घर करता,
मन को प्रतिपल पत्थर करता,
खाली रहना तन्हा होना,
हल्का तन, भारी सर करता।
सच बोलूँ तो यार उदासी है मन में
पर मुस्कानो से जग को बहलाना है,
उठ मन, चल, सूरज को टॉर्च बनाना हैं।
चारण गोविन्द