"tumhein samaj kyun nahi aata ki यूँ घुट घुट के मत जिया करो
नफरत के कड़वे घूंट मत पिया करो
तरक्की का ग़ज़ब रास्ता बताऊँ
दूसरे कि छोटी नहीं, अपनी रेखा बड़ी किया करो"
tumhein samaj kyun nahi aata ki यूँ घुट घुट के मत जिया करो
नफरत के कड़वे घूंट मत पिया करो
तरक्की का ग़ज़ब रास्ता बताऊँ
दूसरे कि छोटी नहीं, अपनी रेखा बड़ी किया करो