White ये कांसे की खनक ये लोहे का शोर
हर रात्रि हर भोर हर रात्रि हर भोर
कर देता है मुझको ये भाव विभोर
देता है मुझको अंतर्मन तक तोड़।
ये बीवी की चिक चिक बच्चों का शोर
ये काम की टेंशन दो सिरहों का जोड़
कर दे दे कर अमादनी है लेता निचोड़
वाह! गब्बर सिंह टैक्स की बातें अनमोल।
हम दोनों की लगती है मेहनत बेजोड़
अंत होता महीना है देता झकझोर
महंगाई फ़िर दिया अपना स्तर है तोड़
नेतागण में मची सर फुटव्वल की होड़।
ये अंधी कमाई ये बातें मुँह-जोर
देश को लिजावेंगी जाने किस ओर
बस कर दो अब सुनना नेताओं का ज्ञान
आओ मिलजुल कर हम लेवें संज्ञान।
इतिहास से निकलो दो भविष्य पर ज़ोर
अविलम्ब अब तुम दो कुपरंपरा को छोड़
पिछड़ी को पिछड़ी से कह दो नो मोर
विज्ञान से कह दो एम थरस्टी फॉर मोर.
©पूर्वार्थ
#मजदूर