कलम और किताब आज एक बार फिर दामन थाम लिया हैं तेरा.
"कलम और किताब आज एक बार फिर दामन थाम लिया हैं तेरा..
दिल मे हर शख्स के रुह बसर करने के हौसले की मिशाल दम से ही तो हैं तेरे..
मेरी प्यारी कलमmiss uhh alot"
कलम और किताब आज एक बार फिर दामन थाम लिया हैं तेरा..
दिल मे हर शख्स के रुह बसर करने के हौसले की मिशाल दम से ही तो हैं तेरे..
मेरी प्यारी कलमmiss uhh alot