जो दिलों में छुपा है, वो सामने आएगा,
हम तो वो हैं जो नज़रें झुका के दिखाई देंगे।
ख़ुश्बू की तरह बिखरते हैं रूहों में हम,
जो कोई तलाशे, वही हमको पाएंगे।
हम वो नहीं जो आवाज़ में खो जाएं,
हम तो वो हैं जो दिलों में समाएंगे।
राहों में बिखरी धूप की तरह हम,
जहाँ भी जाएंगे, साया साथ पाएंगे।
हम वो हैं जिनका कोई नाम नहीं,
फिर भी हर ख्वाब में याद आएंगे।
©नवनीत ठाकुर
#नवनीतठाकुर