Unsplash ना प्रशंसा सुनने का शौक है ना आलोचना होने का डर
क्योंकि आजकल बिना स्वार्थ प्रशंसा बिना ईर्ष्या के आलोचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है
©RV Chittrangad Mishra
#camping ना प्रशंसा सुनने का शौक है ना आलोचना होने का डर
क्योंकि आजकल बिना स्वार्थ प्रशंसा बिना ईर्ष्या के आलोचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है
-चित्रांगद
@rvchittrangdmishra